आज हम जानेंगे :- Loan agent आप से क्या छुपाते है?
कल्पना कीजिए: आप किसी ज़रूरत में बैंक से लोन लेने जाते हैं। सामने एक मुस्कुराता हुआ एजेंट होता है — जो कहता है, “Sir, sab kuch simple hai, बस sign kariye.”
लेकिन क्या वाकई सब कुछ simple होता है?
नहीं!
अक्सर loan agents बहुत सारी ऐसी बातें आपसे छिपा लेते हैं — जो बाद में आपके लिए सिरदर्द बन जाती हैं।
इस लेख में, हम उन्हीं छिपे हुए clauses और tricks को उजागर करेंगे — ताकि आप किसी भी एजेंट के सामने confident रहें और बेवकूफ न बनें।
1. Hidden Charges: जो नज़र से दूर है लेकिन जेब में भारी है

Loan agent अक्सर सिर्फ EMI की बात करते हैं — लेकिन ये नहीं बताते कि:
- Processing Fee
- Legal Charges
- Document Handling Fee
- Technical Valuation Charges
और कभी-कभी GST तक अलग से लगता है!
Example:
एक भोलाभाला ग्राहक ₹5 लाख का personal loan लेने गया। EMI ठीक लगी, लेकिन बाद में पता चला ₹10,000 सिर्फ processing & legal charges में कट गए — जो agent ने पहले कभी बताए ही नहीं थे।
2. Pre-closure aur Foreclosure Charges: जल्दी चुकाओ, सज़ा पाओ?

आप सोचते हैं — “अच्छी बात है, जल्दी loan चुका देंगे!”
लेकिन बहुत सारे loans में ये लिखा होता है कि अगर आप loan समय से पहले चुकाते हैं, तो आपको 2% से 5% तक का extra fine देना पड़ेगा।
Agent ये clause अक्सर छुपा जाते हैं, क्योंकि उन्हें सिर्फ loan pass करवाना होता है, न कि आपके फायदे के बारे में सोचना।
3. Insurance Bundle ka Jaal: Zaroori ya ZabarDasti?
कई बार loan के साथ एक अनचाही insurance policy भी add कर दी जाती है। Agent कहता है — “Sir, loan ke liye insurance lena mandatory hai.”
सच क्या है? Zyada cases mein ये mandatory नहीं होता, लेकिन agent ko insurance bechne par commission milता है, इसलिए वो जोर डालते हैं।
अगर वे ऐसा करे तो उनसे बोल की आप मुझे इस चीज का लिखित दो
4. Interest Rate ka Game: Flat vs Reducing Balance

Agent कहते हैं — “Sir, sirf 10% interest lagega.” Lekin वो नहीं बताते कि ये 10% flat hai ya reducing balance par?
Flat rate: हर साल original amount par interest
Reducing: बची हुई amount par interest
Flat rate ka 10% ≠ Reducing balance ka 10%
फ्लैट दर में वास्तविक बोझ बहुत अधिक होता है – लेकिन एजेंट बताते नहीं है।
5. CIBIL Impact aur Loan Type Disclosure
Loan agent बहुत बार ये भी नहीं बताते कि:
- लोन डिफॉल्ट होने पर CIBIL स्कोर घटता है
- सुरक्षित या असुरक्षित लोन का जोखिम क्या है
- इसके अतिरिक्त, यदि आप एक ऋण चुकाने में असमर्थ हैं तो आपका अगला ऋण अस्वीकार किया जा सकता है।
यह सारी जानकारी छिपाई जाती है – क्योंकि एजेंट चाहते हैं कि ऋण शीघ्र स्वीकृत हो जाए, भले ही बाद में आपको समस्याओं का सामना करना पड़े।
6. भारत में लोन एजेंट का कमीशन क्या है?
Loan agents ka commission bank ke type aur product par depend karta hai:
- Personal Loan: 0.5% – 2.5%
- Home Loan: 0.2% – 1%
- Credit Card: ₹500 – ₹1500 per card
यही कारण है कि एजेंट आपको हर परिस्थिति में ऋण देना चाहते हैं – चाहे आप eligible हों या नहीं।
तो अब क्या करें? कैसे बचे इस जाल से?
- हर आरोप को लिखित रूप में लिखवा लें – मौखिक बातों पर कभी भरोसा न करेसमझौते को लाइन दर लाइन पढ़ें – और इसे समझें
- लोन एग्रीमेंट लाइन बय लाइन पढ़े – और समझे
- Insurance को ‘Mandatorya’ बोले तो लिखित प्रूफ मांगे
- EMI कैलकुलेटर से ब्याज दर की दोबारा जांच करें
- जितना संभव हो सके, स्वयं जांच करें या किसी विश्वसनीय सलाहकार से बात करें।
एक सच्ची कहानी से सीखिए:
बिहार के एक साधारण शिक्षक ने ₹3 लाख का loan लिया — agent ने कहा insurance mandatory है।लेकिन unhone article padh rakha tha, to unhone kaha:“ Aap likh kar dijiye ki insurance lena compulsory hai.” Agent chup ho gaya, aur insurance hata diya gaya — unhone ₹15,000 बचा लिए।
निष्कर्ष:
Loan lena ज़रूरी हो सकता है, लेकिन बिना समझे loan lena खतरे से खाली नहीं। Loan agent का काम है loan pass करवाना — आपका नहीं। इसलिए knowledge rakhiye, सवाल पूछिए, aur samajhkar sign kijiye.
Aakhir mein – Jitna aap samjhenge, utna hi bacha पाएंगे.
CTA :
अगली बार जब भी आप कोई लोन लें, इस लेख को एक बार फिर ज़रूर पढ़ें — और किसी भी लोन एजेंट की चालों में फँसने से बचें! अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो, तो कृपया इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर साझा करें — ताकि वे भी समझदारी से लोन ले सकें।
Thank you 🙂
क्या लोन लेते समय बीमा लेना ज़रूरी होता है?
नहीं, ज़्यादातर मामलों में बीमा लेना जरूरी नहीं होता। एजेंट अपना कमीशन कमाने के लिए ज़ोर डालते हैं।
क्या बीमा न लेने पर लोन रद्द हो सकता है?
नहीं, जब तक लोन की अन्य शर्तें पूरी हैं, बीमा न लेने से लोन रद्द नहीं होता।
एजेंट बीमा लेने के लिए ज़ोर दे तो क्या करें?
लिखित में माँगें कि बीमा अनिवार्य है। अगर ना दें, तो मना कर दें।
क्या लोन जल्दी चुकाने पर जुर्माना लगता है?
हां, कई लोन में प्री-क्लोजर या फोर-क्लोजर चार्ज 2–5% तक लग सकता है।
क्या सभी लोन CIBIL स्कोर को प्रभावित करते हैं?
हां, चाहे छोटा लोन हो या बड़ा, समय पर भुगतान ना करने पर स्कोर गिर जाता है।